बेंगलुरु से राहुल जैन की रिपोर्ट
राजसमंद। राजस्थान मूल के कर्नाटक के बेंगलुरु में बिजनेस करने वाला एक परिवार संसार को छोड़कर दीक्षा लेने जा रहा है। करोड़ों की संपत्ति का त्याग कर बिजनेसमैन, उसकी पत्नी और बेटी एक साथ बीकानेर के देशनोक में आचार्य रामेश के पास दीक्षा ग्रहण करने जा रहे है। ये दीक्षा 3 नवंबर को होगी।
राजसमंद जिले के भीम निवासी हाल बेंगलुरु में रहने वाले प्रवीण दक, उनकी पत्नी प्रीति दक और पुत्री ताशवी दक 3 नवंबर को बीकानेर के देशनोक में एक साथ जैन भगवती दीक्षा ग्रहण करेंगे।
प्रवीण और प्रीति ने बीकॉम की पढ़ाई कर रखी है और पुत्री ताशवी अभी पढ़ रही है। प्रवीण दक के पास बेंगलुरु में स्वयं का मकान व गोल्ड की होलसेल की दुकान है। करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद उन्होंने सांसारिक सुखों का त्याग कर आत्मकल्याण का मार्ग चुना है। वे पिछले कई वर्षों से दीक्षा भाव में जीवन व्यतीत कर रहे थे। परिवार के करीबी विकास गुरलिया व रवि गुरलिया ने बताया कि तीनों वर्षों से तपस्या, एकसना और आचार्य भगवन् के सिद्धांतों के अनुरूप संयमित जीवन जी रहे हैं।
परिवार के तीन पुत्रों में प्रवीण दक दूसरे नंबर के हैं। जैसे ही आचार्य श्री का संदेश आया और दीक्षा की तारीख की घोषणा हुई, भीम नगर में दक और गुरलिया परिवारों के साथ पूरा जैन समाज हर्षोल्लास से गूंज उठा। संयम पथ पर चलने की इस प्रेरणादायक खबर ने संपूर्ण मेवाड़ क्षेत्र में श्रद्धा की लहर दौड़ा दी।
देशनोक में आयोजित संयम शतक महोत्सव के तहत 3 नवंबर को बेंगलूरु निवासी प्रवीण दक अपनी पत्नी प्रीति व पुत्री ताशवी के साथ आचार्य रामेश के मुखारविंद से दीक्षा ग्रहण करेंगे। इस मौके पर 15 दीक्षा होने की संभावना जताई जा रही है।
श्री साधुमार्गी जैन संघ ब्यावर के प्रवक्ता नौरतमल बाबेल ने बताया कि आचार्य रामलाल महाराज एवं बहुश्रुत वाचनाचार्य उपाध्याय प्रवर राजेश मुनि महाराज की कृपा से धर्म-ध्यान, तप-त्याग के साथ दीक्षाओं का भी ठाट लगा है। इसी क्रम में बैंगलूरु निवासी मुमुक्षु प्रवीण दक, प्रीति दक और ताशवी दक के परिजन की ओर से गुरु चरणों में आज्ञा पत्र समर्पित किया गया। इस पर इन सभी की जैन भागवती दीक्षा 3 नवंबर को देशनोक के लिए स्वीकृत हुई।
बाबेल ने संभावना जताई कि इस दिन 15 दीक्षा हो सकती है। संयम शतक महोत्सव के तहत ब्यावर के मुमुक्षु आयुष कोठारी की सौंवी दीक्षा हो सकती है।
इसके तहत मुमुक्षु दिलीप कोटड़िया (शाहदा), प्रवीण दक (बेंगलूरु), प्रीति दक (बेंगलूरु), ताशवी दक (बेंगलूरु), पुलकित सुखाणी (दिल्ली), मेघा डोसी (छत्तीसगढ़), भावना छाजेड़ (महाराष्ट्र), सोनल भलघट (बेंगलूरु), जया सुराणा (देशनोक), अपेक्षा सुराणा (चित्तौड़गढ़), ज्योति बोथरा (देशनोक), तरुणा दुग्गड़ (गुवाहाटी), रेखा सुराणा (चित्तौड़गढ़) और अनुष्का भूरा (देशनोक) की दीक्षा होने की संभावना है।






