उदयपुर। शहर के सुभाष नगर स्थित महावीर भवन में युगद्रष्टा प्रकांड विद्वान आचार्य प्रवर ज्ञानचंद्र महाराज की निश्रा में मंगलवार को तीन दिवसीय णमोत्थुणं मास्टर डिग्री दूसरे दिन पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ़ प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने आचार्य संघ से आशीर्वाद लिया।
सुभाष नगर जैन सोसाइटी के अध्यक्ष राकेश नंदावत ने बताया कि महावीर भवन में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया युगद्रष्टा युगस्रष्टा आचार्य प्रवर ज्ञानचंद्र महाराज के दर्शन एवं मंगल आशीर्वाद लेने सुभाष नगर जैन सोसायटी पहुंचे।
आचार्य प्रवर ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह कांटों के बीच खिलते गुलाब है, कोयलों की खदान के बीच चमकता हीरा हैं। आप किसी भी पोस्ट पर रहे हो, लेकिन सामान्य जनजीवन के साथ सदाचार के साथ जीते रहे हैं। जब शिक्षामंत्री थे, तब आपका अलवर आना हुआ। जब गृहमंत्री थे, तब आप प्रवचन में आए। फिर इस समय राज्यपाल हैं फिर आशीर्वाद लेने पहुंच गए हैं। आपकी सदाचार, नैतिकता पर निष्ठा महत्वपूर्ण है।
आचार्य प्रवर ने कहा कि राजनीति जब जन नीति के साथ जुड़ जाती है, तब वो धर्म का विषय बन जाती है। राजनीति का जब धर्म से अनुबंध हो तो वो राजनीतिक स्वपर का कल्याण करने वाली बन जाती है। कटारिया ने राजनीति को निजि स्वार्थों में उपयोग न करके जन कल्याण में लगाने का विशेष ध्यान रखा। समय-समय पर संतों का सानिध्य प्राप्त करते रहे। राजनीति तो आपके ऊपर से आई है, जबकि धर्म तो आपके प्राणों में बसा है। आप सामायिक करते रहे हैं। आपके माध्यम से देश प्रेम, अहिंसा, सदाचारी व जल-संरक्षण वनस्पति संरक्षण का प्रचार प्रसार बढ़ते रहे। इस रूप में आपके प्रति शुभकामना करते हैं।
करीब 15 मिनट तक कटारिया ने आचार्य का उद्बोधन सुना और फिर बोले कि मुझ पर संतों की कृपा सदा रही है। मेरी इच्छा सदा संत दर्शन सानिध्य पाने की रही है। आप संतो की कृपा मुझ पर बरसती रहे। मैं इसी तरह बेरोग आगे बढ़ता रहूं, यही आशीर्वाद प्रदान करें।
इसके बाद सुभाष नगर जैन सोसायटी के अध्यक्ष राकेश नंदावत, मंत्री मनीष नागौर, हेमंत आदि ने सदस्यों ने कटारिया का मेवाड़ी पगड़ी, उपरणा व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही अनेक गणमान्य लोगों ने कटारिया का स्वागत किया। कटारिया ने मुंह पत्ती लगाकर धर्म की गरिमा को साकार किया। बैठने के लिए सोफा लगाया था, लेकिन वहां ना बैठकर, एक सामान्य कुर्सी पर बैठकर आचार्य प्रवर के उद्बोधन को ध्यान से सुनते रहे। सुभाष संचालिका वनीता ने कटारिया के व्यक्तित्व की झलक प्रस्तुत की।

कटारिया के आचार्य प्रवर के जीवन चरित्र से जुड़े ग्रंथ के चार भागों का अनावरण करके समर्पित किया। कटारिया ने उसे ग्रहण किया और यथाशक्य के पढऩे के साथ मुख्य पुस्तकालय में रखने की बात कही। महासाध्वी के सानिध्य में जिन बच्चों ने सामायिक पाठ कंठस्थ कर लिए थे, उनका अरिहंत फ्यूचर किड्स अरिहंत मार्गी जैन महासंघ की ओर से प्रत्येक को 500 का लिफाफा देकर स्वागत किया। सदा ध्यान रखकर सत्ता संपत्ति कभी साथ नहीं जाएगी, पर सत्य साथ जाएगा। ऊपर का प्रभाव टिकता नहीं है। अंदर में रही अहिंसा, सत्य, सदाचार ही प्रभावी होता है। सास के लिए बहू ने किसी के सामने कुछ कह दिया और बहू ने सुन लिया तो घर में महाभारत छिड़ गया। एक साधु को स्वस्थ करने का मतलब है हजारों लोगों को स्वस्थ करना। किसी की बुराई को बताना, आम लोगों की पहचान है। किंतु बुराई में अच्छाई ढूंढना, खास लोगों की पहचान है। आप सोचे कि आप आम आदमी है या खास। वासुदेव तो 9 हुए हैं, पर श्री कृष्ण की चर्चा अधिक होती है। वो बुराई में भी अच्छाई ढूंढते थे। मरी हुई कुत्तिया में भी अच्छाई, इसके दांत कितने सुंदर, यह बता रहे हैं। अत: बुराई में भी अच्छाई ढूंढे। धैर्यता के साथ आगे बढऩे का प्रसंग है। दिल पर मत लीजिए, अगर कोई आपको बुरा कहे। दुनिया में ऐसा कोई नहीं है, जिसे हर शख्स अच्छा कहे। किसी के निंदा करने से आप खराब नहीं हो जाओगे, किसी के अच्छा करने से अच्छे नहीं हो जाओगे। अगर कोई बुराई कर रहा है तो सोचिए वो कई आपमें बुराई है, आपको लगे तो उसे छोड़े। यदि कोई बुराई नहीं है फिर भी सामने वाला कह रहा है तो उसका सम्मान करें। ताकि वो बुराई भविष्य में भी आप में न आ सके। पेपर जांचने वाले को पैसा दिया जाता है, जबकि वो उत्तर पुस्तिका में कमी निकालता है। अत: कोई भी ढूंढता है तो आप सावधान रहें। समभाव से सहन करने पर सामने वाला व्यक्ति आपके जीवन को फिल्टर कर रहा है।
जीतो एपेक्स सेक्रेटरी महावीर चपलोत ने कहा कि आचार्य प्रवर का क्षण भर का सानिध्य जीवन परिवर्तन कर देता है। सुभाष नगर की संघ की महान पुण्यवानी है कि आप श्री का 5 दिन का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। धर्म सभा में कुलदीप नाहर, अलका मुंदडा आदि अनेक गणमान्य जन भी उपस्थित थे।
15 अक्टूबर को णमोत्थुणं मास्टर डिग्री का तीसरा दिन रहेगा। इसी के साथ सुभाष नगर जैन स्थानक में णमोत्थुणं जाप भी प्रारंभ कराया जाएगा। 16 अक्टूबर सवेरे 9 से अरिहंत भवन न्यू भूपालपुरा में अरिहंत बाल संस्कार शिविर लगाया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष निर्मल कुमार सियाल, गगन तलेसरा, इंदर सिंह मेहता, अशोक कांटोड, अमित लोढ़ा शांति लाल कदमालिया, ऋषभ जैन, सुरेखा नन्दावत, वनिता नागोरी, प्रमिला पोरवाल, अनिल बम, मंत्री हेमन्त कोठारी, कोषाध्यक्ष शान्ति लाल कदमालिया, संगठन मंत्री गगन तलेसरा, अमित लोढ़ा, निर्मल भंडारी, महिला मंडल अध्यक्ष आशा सिसोदिया, महामंत्री कुसुम मारू, चातुर्मास सह संयोजिका वनिता नागोरी, चन्द प्रकाश कोठारी बाबू लाल नागौरी, डूंगर सिंह कोठारी आदि मौजूद रहे।






