उदयपुर। उपाध्याय श्री पुष्कर मुनि व आचार्य श्री देवेंद्र मुनि की सुशिष्या व वर्तमान आचार्य शिवमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी डॉ हर्ष प्रभा का आज संथारापूर्वक देवलोकगमन हो गया।
साध्वीजी गत 35 वर्षों से उदयपुर में ही तारक गुरु जैन ग्रंथालय परिसर में स्थिर वास थीं। उनके देवलोकगमन का समाचार सुनकर श्रद्घालु उनके दर्शन के लिए उमड़ पड़े।
श्री तारक गुरु जैन गंथालय के महामंत्री रमेश खोखावत व वरिष्ठ उपाध्यक्ष गणेशलाल गोखरू ने बताया कि साध्वीजी के पार्थिव देह की डोल यात्रा आज दोपहर 12.15 पर को निकलेगी। अंतिम संस्कार शास्त्री सर्कल तारक गुरु जैन ग्रंथालय से अशोक नगर मोक्षधाम पहुंचेगी जहां पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन होगा।
साध्वीजी का जन्म 17 मई 1954 को किशनगढ़ में पूनमचंद झामड़ के परिवार में हुआ था। उन्होंने 23 वर्ष की आयु में ही 2 फरवरी 1977 साध्वी प्रभावती से उदयपुर में जैन भागवती दीक्षा ग्रहण की थी। तत्पश्चात उन्होंने जैनागमों का अध्ययन एवं हिन्दी, संस्कृत व प्राकृत भाषा का ज्ञान प्राप्त किया।
साध्वी में महाराणा कुंभा कालीन श्वेताम्बर जैन साहित्य विषय पर पीएचडी की हिंदी साहित्य संस्थान, प्रयागराज से प्राप्त की थी। उन्होंने 48 वर्ष तक संयम धर्म का पालन किया।







