उदयपुर। रामजी तो हम सबके हैं। उनका मंदिर बन रहा है और हमें भी उसमें सहयोग समर्पण का मौका मिल रहा है, यह मौका हम कैसे चूक सकते हैं। हमको तो इंतजार ही था कि कब अभियान शुरू हो और हम समर्पण को तत्पर हों। अभियान के दूसरे दिन उदयपुर में समाजसेवियों ने 42 लाख रुपये का निधि समर्पण किया।
कुछ ऐसी ही भावनाएं शनिवार को कई परिवारों से सामने आईं जब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण समिति के कार्यकर्ता राम मंदिर निधि समर्पण अभियान के पहले चरण के तहत घरों में पत्रक बांटने पहुंचे। इसी दौरान कई परिवारों ने हाथों-हाथ ही समर्पण निधि के चेक बनाकर कार्यकर्ताओं को अयोध्या पहुंचाने के लिए सौंपे और कहा कि रामजी के काज के लिए भावनाओं को साकार करने का अवसर बार-बार नहीं आएगा।
अभियान में जुटे कार्यकर्ताओं ने बताया कि निधि समर्पण के प्रथम चरण के जागरण अभियान में ही कई परिवार समर्पण की भावना प्रकट कर रहे हैं। कहीं-कहीं तो परिवारों के सभी सदस्य साथ बैठकर समर्पण निधि पर भावना प्रकट कर रहे हैं और तुरंत निर्णय कर रहे हैं। परिवारों में बच्चे भी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
अभियान के तहत शनिवार को भी कई समाजसेवियों ने निधि समर्पण की। इनमें समाजसेवी राधेश्याम सोनी 21 लाख रुपये, विवेक बोहरा ने एक लाख ग्यारह सौ एक रुपये, महेंद्र सिंह चौहान ने 1 लाख 2 हजार 22 रुपये, नरेंद्र सोनी ने 1 लाख 11 हजार 111 रुपये, वैद्य रामेश्वर शर्मा एवं परिवार ने 1 लाख 11 हजार 151 रुपये, गोविन्द शर्मा एवं परिवार ने 1 लाख 51 रुपये, विष्णु चौबीसा झल्लारा ने 21 हजार रुपये, झल्लारा के गोपाल सिंह आहड़ा ने एक लाख इक्कीस हजार रुपये, विक्रम पामेचा ने एक लाख रुपये, शान्तिलाल ओझा (श्रीमाली) परिवार ने एक लाख रुपये, शिव गोयल व परिवार ने एक लाख एक हजार रुपये, सुरेश कटारिया एवं परिवार ने एक लाख इक्यावन रुपये, नाहरू राम चौधरी एवं परिवार ने 1 लाख 11 हजार 551 रुपये, सल्लाड़ा गांव के जीवतराम प्रेम पटेल ने एक लाख एक हजार एक रुपये, महेन्द्र सनाढ्य एवं परिवार ने 1 लाख 51 रुपये, खुमाण सिंह चौहान हिम्मत सिंह एमानिया पाडला ने एक लाख एक सौ रुपये, भागचंद जीनगर ने एक लाख इक्यावन हजार एक सौ एक रुपये, हीरालाल, केसु लाल, निर्मल मालवी झाड़ोल सराड़ा ने 1 लाख 53 हजार रुपये, श्रीमती मोहनदेवी नागदा ने एक लाख एक हजार, पूर्णशंकर मेनारिया ने 51 हजार, योगेश पोखरना ने 51 हजार, भगवत सिंह राव ने 51 हजार, भवानी लोहार ने 21 हजार, कैलाश मेनारिया ने 31 हजार 101 रुपये, नरेंद्र कुमार पूजालाल कलाल अमरपुरा ने 51 हजार, चुन्नीलाल कलाल देवपुरा ने 21 हजार रुपये के निधि समर्पण सहित कई समाजसेवियों ने भगवान राम के चरणों में निधि समर्पित की।
दीदी और पिताजी ने सुनाया समर्पण 21 हजार के बजाय एक लाख का करने का निर्णय
-राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण के तहत उदयपुर के हिरणमगरी निवासी डॉ. भारत भूषण ओझा ने 21 हजार समर्पित करने का संकल्प जब अपने पिता शांतिलाल ओझा को बताया तो पिता और वहां मौजूद उनकी दीदी श्रीमती प्रीति ओझा ने कहा कि जब तुम आठवीं में घर से भागकर कारसेवा में चले गए तो अब समर्पण में कमी क्यों, और पिता ने सीधे 21 हजार से बढ़कर एक लाख रुपये के समर्पण का निर्णय सुनाते हुए हाथ का हाथ चेक काट दिया।
और यहां आवाज देकर बुलाया गया
-उदयपुर के हिरण मगरी सेक्टर-14 में जब कार्यकर्ता समाजसेवी सुरेश कटारिया के यहां निधि समर्पण का आग्रह करने पहुंचे तो बाहर निकलते समय उन्हें पड़ोस में रहने वाले महेन्द्र नारायण सनाढ्य ने आवाज लगाकर पूछा कि आप लोग किस कार्य से यहां आए हैं। जब कार्यकर्ताओं ने उद्देश्य बताया तो उन्होंने आग्रहपूर्वक कार्यकर्ताओं घर पर बुलाया और उसी समय एक लाख 51 रुपये का समर्पण भगवान राम के मंदिर के लिए किया। इस भावना को देख कार्यकर्ताओं ने संकल्प व्यक्त किया कि हर परिवार की भावना है, उन्हें हर परिवार तक पहुंचना है।
सादर प्रकाशनार्थ
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