उदयपुर। सूबे की सतरंगी संस्कृति, लोक कलाओं को पुनर्जीवित करने तथा युवा कलाकारों की खोज कर उन्हें प्रोत्साहित करने की मंशा से मुख्यमंत्री बजट घोषणा की क्रियान्विति के तहत राजस्थान युवा बोर्ड के तत्वावधान में दो दिवसीय जिला स्तरीय राजस्थान युवा महोत्सव का मंगलवार को नगर निगम के सुखाड़िया रंगमंच पर रंगारंग आगाज हुआ। उद्घाटन सत्र के बाद अलग-अलग आयोजन स्थलों पर विविध प्रतियोगिताएं हुई। इसमें ब्लॉक स्तरीय स्पर्धाओं में विजयी रहे प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। युवाओं का हुनर देखकर दर्शक मुग्ध से हो उठे।
युवा महोत्सव का उद्घाटन समारोह की मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) प्रभा गौतम रही। मुख्य वक्ता समाजसेवी प्रो.गौरव वल्लभ रहे। विशिष्ट अतिथि गिर्वा एसडीएम प्रतिभा वर्मा (आईएएस), युवा महोत्सव समन्वयक भैरूलाल गायरी रहे। सभी अतिथियों तथा आयोजन को सफल बनाने में अर्हनिश योगदान देने वाले समिति सदस्यों का स्मृति चिन्ह एवं उपरणा ओढा कर स्वागत किया गया। मुख्य जिला शिक्षाधिकारी आशा माण्डावत ने स्वागत उद्बोधन दिया।
युवा अपनी क्षमताओं का करें सृजनात्मक उपयोग
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एडीएम सिटी प्रभा गौतम ने कहा कि उदयपुर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। यहां की प्रतिभाओं ने अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर भी परचम लहराया है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए राज्य स्तर पर भी उदयपुर का नाम गौरवान्वित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवा ही देश की असली शक्ति है। आवश्यकता है कि युवा अपनी क्षमताओं का सृजनात्मक उपयोग कर प्रदेश और देश के नवनिर्माण में योगदान दें। उन्होंने शिक्षा विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि युवाओं को दिशा और दशा देने का दायित्व शिक्षा विभाग बखुबी निभा रहा है। मुख्य वक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि इस तरह के आयोजन हमें टीम बिल्डिंग सिखाते हैं। टीम के साथ समन्वय करते हुए ही लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने युवा को परिभाषित करते हुए कहा कि युवा वही है जिसमें कुछ नया करने का जुनून है। उन्होंने आह्वान किया कि वह जुनून जीवनपर्यन्त बना रहना चाहिए और उसका उपयोग नए आयाम स्थापित करने में होना चाहिए। विशिष्ट अतिथि गिर्वा एसडीएम प्रतिभा वर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। समारोह में स्वैच्छिक क्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य सत्यनारायण मंगरोरा, आरएससीआईटी के अतिरिक्त निदेशक शिवजी गौड़, एसीडीईओ दिनेश बसंल, पार्षद दिनेश भारती, सौरभ शर्मा, केके शर्मा, सृजनधर्मी हेमन्त जोशी, सुनील भट्ट, सत्यनारायण सुथार, जगदीश कुमावत आदि भी बतौर अतिथि उपस्थित रहे। संचालन सविता जोशी एवं रणवीरसिंह राणावत ने किया।
भवई नृत्य प्रस्तुति ने बांधा समां
उद्घाटन समारोह का मुख्य आकर्षण मीरा कला मण्डल के लव वर्मा के तत्वावधान में आयोजित भवई नृत्य प्रस्तुति रही। अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकार राकेश वर्मा ने राजस्थानी लोक गीतों पर भवई नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी को मुग्ध सा कर दिया। सिर पर 11 कलश रखकर थाली, कांच और तलवारों पर दी गई उनकी नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों को अवाक् सा कर दिया। इसके अलावा बच्चों की गवरी नृत्य प्रस्तुति को भी सभी ने मुक्त कंठ से सराहा।
पहले दिन हुई यह प्रतियोगिताएं
दो दिवसीय युवा महोत्सव के पहले दिन उद्घाटन सत्र के पश्चात दीनदयाल उपाध्याय सभागार टाउन हॉल में सामूहिक लोक गायन व लंगा मांगणियार प्रतियोगिता हुई। उधर, राजकीय बालिका उमावि रेजीडेन्सी, चेटक सर्कल के मुख्य सभागार में शास्त्रीय वाद्य यंत्र तथा उसके बाद लोक वाद्य यंत्र लुप्त एवं दुर्लभ कला प्रतियोगिता में युवाओं ने एक से बढकर एक प्रस्तुतियां दी। इसी क्रम में रेजीडेंन्सी स्कूल परिसर में मॉडलिंग (मिट्टी) प्रतियोगिता, माण्डना, भित्तिचित्र, पोस्टर, कविता लेखन, स्लोगन प्रतियोगिताएं हुई। वहीं टाउन हॉल परिसर में ही फोटोग्राफी प्रतियोगिता में भी युवा फोटोग्राफर्स ने उत्साह दिखाया।
दुल्हन की तरह सजा सुखाड़िया रंगमंच :
युवा महोत्सव को देखते हुए आयोजन स्थल को उत्सवी रंगत देने के लिए सृजनधर्मियों की दो-तीन दिन से चल रही मेहनत सफल रही। सुखाड़िया रंगमंच को दुल्हन की तरह सजाया गया था। आगमन से लेकर मुख्य मंच तक आकर्षक रंगीन फर्रियों और कलाकारों द्वारा कागज, कार्डशीट, गत्तों से तैयार की गई कलाकृतियों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। इस दौरान मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में दिए जा रहे 25 लाख रुपयों के लाभ पर तैयार किया गया सेल्फी पाइंट आकर्षण का केन्द्र रहा। ये कलाकृतियां पिछले तीन दिनों से सृजनधर्मी शिक्षक हेमंत जोशी, चेतन औदिच्य, सुनील भट्ट, नीलोफर मुनीर आदि की टीम द्वारा तैयार की गई थी।
स्काउट-गाइड, एनएसएस स्वयंसेवकों की सेवाएं सराहनीय :
आयोजन को सफल बनाने में स्काउट-गाइड और एनएसएस की सभी विंग्स के स्वयंसेवकों की सेवाएं सराहनीय रही। उद्घाटन सत्र से लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन में इन स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़कर सहयोग किया। उद्घाटन समारोह में अतिथियों को गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए बैण्ड की धुनों पर परेड करते हुए मंच तक ससम्मान लाना आकर्षक रहा। वहीं कार्यक्रम स्थल की सामान्य व्यवस्थाएं, अनुशासन आदि में भी भरपूर सहयोग किया।