उदयपुर। विश्वभर में उदयपुर को लेकसिटी की पहचान दिलाने वाली झीलों को साफ सुथरा और रमणीय बनाने के लिए प्रशासन द्वारा पहल की गयी है। इसी दृष्टि से रविवार का दिन झीलों के लिए ही समर्पित रहा। संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और जिला कलक्टर ताराचंद मीणा रविवार को झीलों की सेहत का जायजा लेने निकले। संभागीय आयुक्त और कलक्टर ने लगभग दो घंटे तक शहर की फतेहसागर, स्वरूप सागर, दूधतलाई और पीछोला झील का निरीक्षण किया। संभागीय आयुक्त भट्ट ने शहर की झीलों को पर्यटन, विरासत, प्रकृति संरक्षण और जैव विविधता के लिहाज से अति महत्त्वपूर्ण बताते हुए इनके संरक्षण और सौंदर्यन के लिए विशेष प्रयास करने पर जोर दिया। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि शहर की शान फतहसागर और पिछोला झील को उदयपुरवासियों तथा आने वाले पर्यटकों के लिए रमणीय बनाने की दृष्टि से स्वच्छता व सौंदर्यीकरण के प्रयास किए जाएंगे।

सीवर लाइन मुक्त होगी पीछोला
कलक्टर ताराचंद मीणा ने पीछोला के बीच से गुजरी रही सीवर लाइन को हटाने के लिए तीन माह का समय दिया है। पीछोला से सीवर लाइन बाहर निकालने का कार्य स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा। कलक्टर ताराचंद मीणा ने स्मार्ट सिटी सीईओ प्रदीप सिंह सांगावत को पीछोला से सीवर लाइन निकलवाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए वहीं शहर में नई पुलिया से लेकर अंबावगढ़ बस्ती तक जाम सीवरेज लाइन की समस्या का दो दिन में समाधान करने को कहा है।

सफाई के लिए विशेष बोट के साथ मोबाइल टीम
कलक्टर ने पीछोला झील के भीतर होने वाली गंदगी की सफाई की दृष्टि से एक विशेष बोट भी लगाने के निर्देश दिए। इस बोट में सफाई के लिए एक मोबाइल टीम को नियुक्त किया जाएगा। यह मोबाइल टीम समय-समय पर झील की सफाई करेगी, ताकि झील साफ-सुथरी बनी रहे।

फतहसागर जेटी को दूध तलाई जेटी से भी खूबसूरत बनाओ
निरीक्षण के दौरान संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और कलेक्टर ताराचंद मीणा फतहसागर और दूध तलाई स्थित जेटी पर पहुंचे। दूध तलाई पर नगर निगम की जेटी पर साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं पर संतोष जाहिर करते हुए संभागीय आयुक्त ने दूध तलाई जेटी को और खूबसूरत बनाने को लेकर निर्देश दिए। इस दौरान संभागीय आयुक्त भट्ट ने यूआईटी सचिव अरूण कुमार हसीजा को फतहसागर जेटी को नगर निगम की दूध तलाई जेटी से बेहतर बनाने के निर्देश दिए।

पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से मांगे सुझाव
दूध तलाई स्थित नगर निगम की जेटी पर कलक्टर ताराचंद मीणा ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से बात कर झीलों के सौंदर्यन और साफ-सफाई के संबंध में सुझाव मांगने के साथ ही उनकी समस्याएं पूछी और समाधान के निर्देश दिए।

ये दिए निर्देश
संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और कलक्टर ताराचंद मीणा ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को तीन माह के भीतर पीछोला झील के अंदर से जा रही सीवर लाइन को बाहर निकालने, झील के चारों तरफ बनी क्षतिग्रस्त दीवार को दुरस्त करने व रंग-रोगन, झील के भीतर की गंदगी निकालने कि लिए मोबाइल बोट और टीम लगाने तथा आवश्यक होने पर हैंगिंग ब्रिज भी बनाने और झील के भीतर सीवर लाइन पर बनी छतरियों व पिलर्स के हैरिटेज लुक को ध्यान में रखते हुए रंग-रोगन करने के निर्देश दिए। उन्होंने झील के किनारों पर बने घाटों को भी साफ सुथरा रखने को कहा।

बोट से निहारा पीछोला का प्राकृतिक सौंदर्य, परिंदों ने मोहा मन
लगभग एक घंटे तक संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और कलक्टर ताराचंद मीणा ने बोट से पीछोला के कोने-कोने का जायजा लिया। इस दौरान पीछोला में साफ-सफाई को लेकर संभागीय आयुक्त और कलक्टर ने नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ की पीठ थपथपाई। इस दौरान पीछोला में कलरव करते पेलिकन व अन्य विदेशी परिंदों, लहरों के बीच टापू पर जैव विविधता, चहचहाते पक्षियों और पीछोला के नैसर्गिक सौंदर्य को देखकर संभागीय आयुक्त और कलक्टर अभिभूत हो उठे। पीछोला के किनारे ऐतिहासिक विरासत, देशी-विदेशी पर्यटकों की चहल-कदमी और प्राकृतिक नजारों ने मन मोह लिया। इस दौरान नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ, यूआईटी सचिव अरूण कुमार हसीजा, स्मार्ट सिटी सीईओ प्रदीप सिंह सांगावत, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी विनय कट्टा, जिला परिवहन अधिकारी कल्पना शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

About Author

Amolak News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *