जयपुर। वन राज्य मंत्री श्री सुखराम विश्नोई ने मंगलवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि प्रदेश के अभ्यारण्यों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए हार्ड ड्यूटी अलाउंस के संबंध में विचार किया जाएगा।

विश्नोई प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि अभ्यारण्य व टाईगर रिजर्व में जो कर्मचारी व रेंजर कार्यरत है, उनको वहीं सुविधा प्राप्त् है, जो अन्य वन कर्मचारियों व रेंजर को प्राप्त होती है। बाघ परियोजनाओं के अधीन अधिकारी कर्मचारियों को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा जारी दिशा निर्देशानुसार उनके द्वारा स्वीकृत वार्षिक कार्य योजना में परियोजना भत्ता मद में स्वीकृत राशि से परियोजना भत्ते का भुगतान प्रतिमाह किया जाता है।

बाघ परियोजनाओं में कार्यरत फ्रन्टलाईन फील्ड में तैनात स्टाफ यथा वनपाल सहायक वनपाल वाहन चालक वनरक्षक कार्य प्रभारित कर्मचारियों को भारत सरकार के अधिसूचना के अनुरूप 860 रूपए प्रति माह की दर से राशन भत्तेा का भुगतान किया जाता है।

इससे पहले विधायक श्री भरत सिंह कुंदनपुर के मूल प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि यह सही है कि अभ्यारण्यों व टाईगर रिजर्व में दूर दराज के नाकों में अति अल्प  संसाधनों में रहना व कार्य करना कठिन होने के कारण कोई भी वनकर्मी अपनी इच्छा से वहां रहना नहीं चाहता है। नई भर्ती होने पर भी 2 साल पूरे होने पर गार्डों ने अपने स्थानान्तरण अन्य स्थान पर करवा लिये हैं। वर्ष 2013-14 में कुल 22 वनकर्मियों की भर्ती हुई, जिनमें से 9 वर्तमान में कार्यरत हैं तथा वर्ष 2015-16 में 62 वनकर्मियों की भर्ती हुई, जिनमें से वर्तमान में 40 वनकर्मी ही कार्यरत है। उन्होंने बताया कि विभाग में विभिन्न रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव कर्मचारी चयन बोर्ड को भेजे जायेंगे।

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