उदयपुर। विधि और न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुनराम मेघवाल ने लोकसभा में कहा कि आदिवासी भी हिंदू ही हैं। उदयपुर सांसद डा. मन्नालाल रावत की ओर से लोकसभा में पूछे गए प्रश्न के जवाब में विधि मंत्री ने यह बात कही।
सांसद डा. रावत ने विधि एवं न्याय मंत्री से यह सवाल किया था कि क्या भारतीय कानूनों में ‘हिंदू’ शब्द की परिभाषा दी गई है। यदि हां, तो सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1955 में ‘हिंदू’ की क्या परिभाषा दी गई है। क्या उक्त अधिनियम में जनजातीय लोगों को भी ‘हिंदू’ के रूप में परिभाषित किया गया है। इसके जवाब में विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि “हिंदू” पद विभिन्न केन्द्रीय अधिनियमों में स्पष्ट किया गया है। सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1955 (1955 का 22) की धारा 3 और धारा 4 के प्रयोजन के लिए बौद्ध, सिख या जैन धर्म को मानने वाले व्यक्ति या हिंदू धर्म के किसी भी रूप या विकास को मानने वाले व्यक्ति, जिनके अंतर्गत वीरशैव, लिंगायत, आदिवासी, ब्राह्मो समाज, प्रार्थना समाज, आर्य समाज और स्वामी नारायण संप्रदाय के अनुयायी भी हैं, हिंदू समझे जाएंगे।
राइजिंग राजस्थान : सलूंबर में 32 एमओयू के जरिए 503 करोड़ का निवेश
उदयपुर। सलूंबर में जिला स्तर पर एक दिवसीय राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन बुधवार को लवकुश शिक्षण संस्थान सलूंबर में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सलूंबर विधायक श्रीमती शांतादेवी…