आज प्रो.श्रीमाली की पुण्यतिथि पर विशेष
उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय सियासत का अडडा बन गया है। पढ़ाई से ज्यादा राजनीतिक सुर्खियां उदयपुर ही नहीं पूरे प्रदेश तक है। कुलपति के विवाद के बाद तो साख पर बटटा लगा है। इसी का नतीजा है कि विवि के हाथों से साइंस कांग्रेस की मेजबानी छीन ली। आज इन सब के बीच याद आते है प्रो.विजय श्रीमाली Prof vijay shrimali। ये नाम सुनकर सबको कॉमर्स कॉलेज से लेकर विवि के तेवर याद आ जाते है। श्रीमाली का काम और नाम पूरे विवि से लेकर शिक्षा जगत में एक अलग ही अमिट छोड़ गया। उनका दबदबा था कि वे इशारे मात्र से कितना ही बड़ा विवाद हो सुलटा देते। सबसे खास बात तो यह है कि उनका मकसद था कि शिक्षा के मंदिर में शिक्षा पर ही बात हो और काम हो। इसमें कोई आडे आता तो वे बर्दाश्त नहीं करते थे। सुखाड़िया विवि के कई प्रोफेसर एवं विद्यार्थी जब भी मौका आता तो यह दुहाई आज भी देते कि प्रो श्रीमाली जैसे लोग आज विवि में होते तो ये दिन नहीं देखने पड़ते। सच भी है कि उस समय में कॉमर्स कॉलेज में प्रो श्रीमाली, सेवानिवृत प्रो दरियाव सिंह चुंडावत सहित अन्य कई नाम है जो जाने जाते। चुंडावत अभी भी शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे है।
आज प्रो श्रीमाली की पुण्यतिथि पर उदयपुर उनको याद कर रहा है लेकिन विवि से जुड़े सरस्वती पुत्रों के मन में यह जरूर खलता है कि मोहनलाल सुखाड़िया की बनाई इस विवि में ये कैसा माहौल हो गया है। प्रो श्रीमाली जैसे कई प्रोफेसरों ने जो संघर्ष किया वह इस तरह बेकार क्यों जा रहा है। अब भी कुछ नहीं बिगड़ा है विवि में सुधार के लिए काम किया जा सकता है। उस दौर में प्रो आईवी त्रिवेदी भी एक नाम था और आज उनको विश्वविद्यालय में वीसी का कार्यभार दे रखा है। प्रो त्रिवेदी को खराब हुए सिस्टम को ठीक करने का काम तेजी से करना चाहिए, वे भी इस विवि के हीरे है और उनका भी दिल तो बहुत दुखा इस सारे तमाशे से पर वक्त को बदलना भी उन्हें अच्छे से आता है। बदलाव की बयार आज से ही सही….. आपकी प्रतिक्रियाएं भी नीचे कमेंट बॉक्स में दे सकते है
श्रीमाली की याद में आज कई कार्यक्रम लेकसिटी में
दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर के पूर्व कुलपति प्रो. विजय श्रीमाली की चतुर्थ पुण्यतिथि पर गुरुवार को उदयपुर में कई आयोजन होंगे। प्रो विजय श्रीमाली फाउंडेशन, उदयपुर के संस्थापक जतिन श्रीमाली के अनुसार प्रताप गौरव केन्द्र के पास संस्कार भवन में पुष्पांजलि एवं वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। तत्पश्चात निराश्रित बच्चो के लिए स्टेशनरी वितरण कार्यक्रम होगा। शाम को प्रो श्रीमाली की पुन्यस्मृति में दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर महाकालेश्वर, रानी रोड पर 108 दिप जलाकर हनुमान जी की आरती की जाएगी। जतिन श्रीमाली ने बताया कि प्रो. विजय श्रीमाली के जीवन का उदेश्य ही लोगो की मदद कर समाज में बदलाव लाना था। इन उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।