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उदयपुर। उदयपुर के पास अलसीगढ़ की वादियों में तालाब के पास विवाहिता ने खुद की मौत का स्वांग रच पुलिस को गुमराह किया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कुन्दन कंवरिया व वृताधिकारी भुपेन्द्र सुपरविजन में नाई थानाधिकारी सबीर खान ने एमपीआर संख्या 29/2022 मे भगवैया श्रीमती शालिनी कोठारी को दस्तयाब कर अनुसंधान किया। कंवरिया ने पत्रकार वार्ता में बताया किअलसीगढ तालाब पर मौजुद प्रार्थीया व उसके परिजनो से अलग-अलग विस्तृत पूछताछ की गयी और आसपास घुमने आये ग्रामीणों से जानकारी जुटाई गयी। स्थानीय गोताखोरों की मदद ली जाकर तालाब में घटना स्थल के आसपास तलाश कराई गयी। प्रार्थीया द्वारा तालाब में गिरने की बार-बार कहने के चलते मुख्यालय से सिविल डिफेन्स और एस.डी.आर.एफ. की टीमों को मौके पर बुलाकर अलसीगढ तालाब मे श्रीमती शालिनी कोठारी को ढूढने का सर्च ऑपरेशन चलाया गया। लगातार 04 दिन तक सर्च करने के बावजूद श्रीमती शालिनी का कोई सुराग नही मिला। पुलिस द्वारा अन्य परम्परागत व तकनीकी तरीको को अपनाया गया। मुखबीरो व तकनीकी साक्ष्य के विष्लेषण से ज्ञात आया कि गुमशुदा और उसकी छोटी बहिन एक व्यक्ति के सम्पर्क में लम्बे समय से है। उसका पता करने पर नितेश प्रजापत हाल किरायेदा के रूप में सामने आया जिसे थाने पर लाकर पुछताछ की तो गुमशुदा व उसके द्वारा रचे स्वांग का पता चला। जिसको गठित टीम द्वारा दस्तयाब किया गया।

ऐसे किया खुलासा

गुमशुदा श्रीमती शालिनी कोठारी, उसकी छोटी बहिन भाग्यश्री और नितेष प्रजापत से पुछताछ मे सामने आया कि यह तीनो वल्लभनगर में स्कुल समय से एक दुसरे को जानते है। इन दोनों बहिनो की 6़-7 महीने पहले शादी हो रखी है। रक्षा बंधन के त्योहार पर श्रीमती शालिनी पीहर आयी थी। दिनांक 12.08.2022 को शालिनी ने अलसीगढ भाग्यश्री के दोस्त नितेश प्रजापत मे वेटर का काम करता है, को फोन करके बुलाया। इसके बाद तीनों ने श्रीमती शालिनी को गायब करने की योजना बनाई। योजना के अनुसार इनकों अपनी बडी बहन देवश्री के साथ अलसीगढ तालाब पर घूमने जाना था तथा वहां से तालाब मे डुबने का बहाना बनाकर श्रीमती शालिनी को नितेष के साथ उसके घर पर जाना था। इसी योजना के अनुसार श्रीमती शालिनी, श्रीमती भाग्यश्री एवं नितेष ने योजनाबद्ध तरीके से शालिनी कोठारी को नितेष अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर अपने कमरे पर ले गया। मौके पर मौजुद श्रीमती देवश्री एवं उसके ससूर को घटना की भनक नही लगने दी। श्रीमती भाग्यश्री ने पुलिस को गुमराह कर पुलिस को शालिनी की गुम होने की झूठी रिपोर्ट दी जबकि वास्तव मे दोनो बहन एवं नितेष प्रजापत ने मिलकर श्रीमती शालिनी को मौके से छुपाकर भगा दिया तथा पुलिस को श्रीमती शालिनी को अलसीगढ तालाब मे डुबने की झूठी जानकारी देते रहे। श्रीमती शालिनी को दस्तयाब कर लिया गया है श्रीमती शालिनी, श्रीमती भाग्यश्री, नितेष प्रजापत को शान्तिभंग के आरोप मे गिरफ्तार किया गया है जिनको कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेष किया जावेगा। आईन्दा उक्त तीनो के विरूद्ध पुलिस को गुमराह कर झूठी रिपोर्ट देने के सम्बध मे विधिक कार्यवाही अमल मे लाई जावेगी।

पूरी घटना को जाने
प्रार्थीया श्रीमती भाग्‍यश्री ने ने रिपोर्ट देकर कहा कि मेरी बहन शालीनी कोठारी राखी मनाने के लिए वल्लभनगर आए। दिनांक 12.08.2022 को मैै व मेरी बहन शालिनी दोनों ही हमारी बडी बहन से मिलने के लिए उदयपुर गए। वहां से हम तीनो बहने व बडी दीदी के दोनो बच्चे व बडी दीदी के ससुर जी हम सभी उदयपुर से अलसीगढ घुमने गए। इसी दौरान करीब 5-6 बजे सांय की बात है कि हम अलसीगड तालाब पर थे। मेरी बहन शालिनी कोठारी को लघुषंका लगने से पत्थरो की दीवार के पीछे लघुषंका करने के लिए गई। काफी देर तक नही आने से मैं व मेरी बहन देव दीवार के पीछे देखने गए थे। शालिनी वहां पर नही थी। दीवार के उपर उनकी चुन्नी व पास ही उनका पर्स व चप्पल पडे थे। मेरी दीदी तालाब में डुब गई या कहीं गायब हो गई। जिसकी तलाष करावें। वगैरा रिपोर्ट पर एमपीआर संख्या 29/2022 दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।

ये थे पुलिस की टीम में
सबीर खान थानाधिकारी, राकेष मेहता, ललित, मोहन, जगदीष, भारती
व गीतांजलि

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